tag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post1433639988443753309..comments2024-03-11T12:31:04.426+05:30Comments on उम्मीद तो हरी है .........: दुनियां की सभी माओं के आंसू ----Jyoti kharehttp://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-29496040891679149542021-07-21T12:47:37.580+05:302021-07-21T12:47:37.580+05:30बेहद मार्मिक अभिव्यक्ति सर,सादर नमन बेहद मार्मिक अभिव्यक्ति सर,सादर नमन Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-35027936590324112962021-07-21T11:00:45.174+05:302021-07-21T11:00:45.174+05:30बहुत मार्मिक । अंतर्मन को छू गई आपको रचना ।बहुत मार्मिक । अंतर्मन को छू गई आपको रचना ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-56198284563530924112021-07-21T00:18:45.094+05:302021-07-21T00:18:45.094+05:30दुनियां के बचे हुए लोगो
सभ्यता और संस्कृति की
ओढ़कर...दुनियां के बचे हुए लोगो<br />सभ्यता और संस्कृति की<br />ओढ़कर तार-तार चादर<br />आसमान में देखो<br />ध्रुव तारे के पास से<br />बह रहे हैं<br />दुनियां की सभी माओं के आंसू ------<br /><br />मार्मिक अभिव्यक्ति । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-45766558591065680132021-07-20T23:40:40.750+05:302021-07-20T23:40:40.750+05:30ओह!!!
बहुत ही हृदयस्पर्शी मार्मिक सृजन
ओह!!!<br />बहुत ही हृदयस्पर्शी मार्मिक सृजन<br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-81031929956545402102021-07-20T23:11:41.884+05:302021-07-20T23:11:41.884+05:30दुनियां के बचे हुए लोगो
सभ्यता और संस्कृति की
ओढ़कर...दुनियां के बचे हुए लोगो<br />सभ्यता और संस्कृति की<br />ओढ़कर तार-तार चादर<br />आसमान में देखो<br />ध्रुव तारे के पास से<br />बह रहे हैं<br />दुनियां की सभी माओं के आंसू ------<br />निशब्द करता मार्मिक काव्य चित्र जो मिटती मानवता का विद्रूप पक्ष दिखाता है। आंतकवाद में मानवता का सबसे ज्यादा क्षय हुआ है। सादररेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-10665090543987002652021-07-20T18:05:42.114+05:302021-07-20T18:05:42.114+05:30क्या अब
उसी सीढ़ी पर बैठकर बुद्धिजीवी
तलाशकर लौटा प...क्या अब<br />उसी सीढ़ी पर बैठकर बुद्धिजीवी<br />तलाशकर लौटा पायेंगे<br />मां की गोद के<br />लापता खून से लथपथ बच्चे---निःशब्द...। <br />PRAKRITI DARSHANhttps://www.blogger.com/profile/10412459838166453272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-36735635867634003882021-07-20T09:46:32.419+05:302021-07-20T09:46:32.419+05:30आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में&q...<i><b> आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज मंगलवार 20 जुलाई 2021 शाम 5.00 बजे साझा की गई है....<a href="https://mannkepaankhi.blogspot.com/" rel="nofollow"> "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i>yashoda Agrawalhttps://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.com