tag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post5460429226478491490..comments2024-03-11T12:31:04.426+05:30Comments on उम्मीद तो हरी है .........: रावण जला आये बंधुJyoti kharehttp://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-49775204963156070452019-10-10T16:12:07.754+05:302019-10-10T16:12:07.754+05:30जो लोग
सहेजकर सुरक्षित रखे हैं
शातिरानापन
गोटीबाजी...जो लोग<br />सहेजकर सुरक्षित रखे हैं<br />शातिरानापन<br />गोटीबाजी<br />दोगलापन<br />इसे जलाना भूल गये बंधु !<br />बहुत सटीक सार्थक एवं सुन्दर रचना<br />वाह!!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-29781835733051667322019-10-10T14:34:38.484+05:302019-10-10T14:34:38.484+05:30आज बुराई पर अच्छाई की विजय निश्चित करने के लिए किस...आज बुराई पर अच्छाई की विजय निश्चित करने के लिए किसीको उसके गुणों का आकलन कर के नहीं बल्कि उसकी हैसियत देख कर चुना जाता है ! ऐसे में तो रावण मरने से रहा गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-31909107799864211962019-10-10T11:45:41.584+05:302019-10-10T11:45:41.584+05:30एकदम सही बात। जबतक अपने अंदर की बुराइयों को दूर नह...एकदम सही बात। जबतक अपने अंदर की बुराइयों को दूर नहीं करेंगे रावण के पुतले जलाने से कोई लाभ नहीं होनेवाला है।Gopal Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/04611891109435543866noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-79063266245050784302019-10-10T10:56:48.180+05:302019-10-10T10:56:48.180+05:30जलाना था कुछ
जला आये और कुछ
जीवित रह गया रावण.. बह...जलाना था कुछ<br />जला आये और कुछ<br />जीवित रह गया रावण.. बहुत सुंदर और सार्थक प्रस्तुतिAnuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-28423447694039052922019-10-10T08:27:03.058+05:302019-10-10T08:27:03.058+05:30यथार्थ को इंगित करती हुई मानव के दोहरे मानदंडों को...यथार्थ को इंगित करती हुई मानव के दोहरे मानदंडों को बहुत ही गंभीरता से सार्थक शब्दों से सजाया है आदरणीय ज्योति सर बेहतरीन प्रस्तुति हेतु बधाई एवं शुभकामनाएँ |<br />सादर प्रणाम सर <br />अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-25112461716583677442019-10-09T20:41:36.123+05:302019-10-09T20:41:36.123+05:30आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द&qu...<i><b> आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरुवार 10 अक्टूबर 2019 को साझा की गयी है.........<a href="http://halchalwith5links.blogspot.in/" rel="nofollow"> पाँच लिंकों का आनन्द पर </a>आप भी आइएगा....धन्यवाद! </b></i><br /><br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-68588614565878072552019-10-09T19:28:45.404+05:302019-10-09T19:28:45.404+05:30आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 10.10.19 को चर्चा मंच पर...आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 10.10.19 को चर्चा मंच पर <a href="https://charchamanch.blogspot.com/2019/10/3484.html" rel="nofollow"> चर्चा -3484 </a> में दिया जाएगा<br /><br />धन्यवाददिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-13307063312165841892019-10-09T16:33:04.685+05:302019-10-09T16:33:04.685+05:30अगले साल के लिये थोड़ा सा ही तो बचा के आये बंधू ।
...अगले साल के लिये थोड़ा सा ही तो बचा के आये बंधू । <br />लाजवाबसुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-78372712041496081702019-10-09T16:10:25.494+05:302019-10-09T16:10:25.494+05:30सार्थक और सुन्दर सृजन ।सार्थक और सुन्दर सृजन ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6782632638124325708.post-84009540721775831172019-10-09T14:38:46.220+05:302019-10-09T14:38:46.220+05:30अब लड़ते रहना
जब तक
भीड़ भरे मैदान में
स्वयं न जल जा...अब लड़ते रहना<br />जब तक<br />भीड़ भरे मैदान में<br />स्वयं न जल जाओ बंधु <br /><br />बिलकुल सही कहा आपने <br />बहुत ही सुंदर रचना ,सादर नमन Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.com