उम्मीद तो हरी है .........
दौर पतझड़ का सही, उम्मीद तो हरी है
सोमवार, जुलाई 16, 2012
सुधबुध खो बेठी
बहक गया सावन
बारिश में भींग रहा
अल्हड़पन...............
"ज्योति"
1 टिप्पणी:
दिगम्बर नासवा
17 जुलाई 2012 को 6:02 pm बजे
काश ये अल्हडपन यूं ही बना रहे ...
जवाब दें
हटाएं
उत्तर
जवाब दें
टिप्पणी जोड़ें
ज़्यादा लोड करें...
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
काश ये अल्हडपन यूं ही बना रहे ...
जवाब देंहटाएं