उम्मीद तो हरी है .........
दौर पतझड़ का सही, उम्मीद तो हरी है
शुक्रवार, जुलाई 06, 2012
फूल कोमल क्यूँ बना
सुगंध ही बता पायेगी
प्यार करने के तरीकों को
तितली ही बता पायेगी .............
"ज्योति"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें