दौर पतझड़ का सही, उम्मीद तो हरी है
सुंदर.....~सादर!!!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति !latest post केदारनाथ में प्रलय (२)
बहुत सुंदर प्रस्तुति..
वाह!!!बहुत सुंदर गजल...RECENT POST ....: नीयत बदल गई.
फूलों ने आने की खबर भेजी है कांटों से कमरा सजाये रखिए----- बहुत बढ़िया ग़ज़ल...सादरअनु
काठ के पैर ठेके से बने हैं कठपुतली बना नचाये रखिए----bahut badhiya
बेहतरीन ग़ज़ल बहुत सुंदर अभिव्यक्ति .......!!
फूलों ने आने की खबर भेजी हैकांटों से कमरा सजाये रखिए----behtareen
सुंदर भाव ,शुभकामनाये,
क्या खूब..
लाजवाब गजल.रामराम.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति |आभार आदरणीय ||
सही सलाह देती खूबसूरत गज़ल
फूलों ने आने की खबर भेजी हैकांटों से कमरा सजाये रखिए----बहुत भावपूर्ण !सादर ज्योत्स्ना शर्मा
बहुत सुंदर भावभीनी ग़ज़ल.... साभार....
फूलों ने आने की खबर भेजी हैकांटों से कमरा सजाये रखिए-..बहुत सुन्दर गज़ल..
बहुत ही बढियां गजल...:-)
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (14 -07-2013) के चर्चा मंच -1306 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
साधुवाद और बधाई!सादर/सप्रेम,डॉ. सारिका मुकेश
फूलों ने आने की खबर भेजी है कांटों से कमरा सजाये रखिए...लाजवाब भाव
विडंबना पर आशावाद का अच्छा आभास देती पंक्तियां
बढ़िया प्रस्तुति
खूब.लाजवाब..
क्या खुब कही ..काँटो से कमरा सजाये रखिये .. नमन
फूलों ने आने की खबर भेजी है,कांटों से कमरा सजा के रखिये ।क्या बात कही है बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
bahut badhiya
shandar-***
bahut vadiya..........
बेहतरीन प्रस्तुती
फूलों ने आने की खबर भेजी हैकांटों से कमरा सजाये रखिए.......... बहुत खूब
जान बचा भाग रही घबड़ाई भीड़ आप अपने को बचाये रखिए-----आज के सन्दर्भ को सार्थक करती .... सुन्दर रचना ...
bahut sundar.plz visit my blog
बहुत सुन्दर... बधाई.
बहुत बहुत सुंदर
सुंदर.....
जवाब देंहटाएं~सादर!!!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति !
जवाब देंहटाएंlatest post केदारनाथ में प्रलय (२)
बहुत सुंदर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंवाह!!!बहुत सुंदर गजल...
जवाब देंहटाएंRECENT POST ....: नीयत बदल गई.
फूलों ने आने की खबर भेजी है
जवाब देंहटाएंकांटों से कमरा सजाये रखिए-----
बहुत बढ़िया ग़ज़ल...
सादर
अनु
काठ के पैर ठेके से बने हैं
जवाब देंहटाएंकठपुतली बना नचाये रखिए----
bahut badhiya
बेहतरीन ग़ज़ल बहुत सुंदर अभिव्यक्ति .......!!
जवाब देंहटाएंफूलों ने आने की खबर भेजी है
जवाब देंहटाएंकांटों से कमरा सजाये रखिए----behtareen
सुंदर भाव ,शुभकामनाये,
जवाब देंहटाएंक्या खूब..
जवाब देंहटाएंलाजवाब गजल.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय ||
बहुत सुन्दर प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय ||
सही सलाह देती खूबसूरत गज़ल
जवाब देंहटाएंफूलों ने आने की खबर भेजी है
जवाब देंहटाएंकांटों से कमरा सजाये रखिए----बहुत भावपूर्ण !
सादर
ज्योत्स्ना शर्मा
बहुत सुंदर भावभीनी ग़ज़ल....
जवाब देंहटाएंसाभार....
फूलों ने आने की खबर भेजी है
जवाब देंहटाएंकांटों से कमरा सजाये रखिए-..बहुत सुन्दर गज़ल..
बहुत ही बढियां गजल...
जवाब देंहटाएं:-)
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (14 -07-2013) के चर्चा मंच -1306 पर लिंक की गई है कृपया पधारें. सूचनार्थ
जवाब देंहटाएंसाधुवाद और बधाई!
जवाब देंहटाएंसादर/सप्रेम,
डॉ. सारिका मुकेश
फूलों ने आने की खबर भेजी है
जवाब देंहटाएंकांटों से कमरा सजाये रखिए...
लाजवाब भाव
विडंबना पर आशावाद का अच्छा आभास देती पंक्तियां
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंखूब.लाजवाब..
जवाब देंहटाएंक्या खुब कही ..काँटो से कमरा सजाये रखिये .. नमन
जवाब देंहटाएंफूलों ने आने की खबर भेजी है,
जवाब देंहटाएंकांटों से कमरा सजा के रखिये ।
क्या बात कही है बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
bahut badhiya
जवाब देंहटाएंshandar-***
जवाब देंहटाएंbahut vadiya..........
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुती
जवाब देंहटाएंफूलों ने आने की खबर भेजी है
जवाब देंहटाएंकांटों से कमरा सजाये रखिए...
....... बहुत खूब
जान बचा भाग रही घबड़ाई भीड़
जवाब देंहटाएंआप अपने को बचाये रखिए-----
आज के सन्दर्भ को सार्थक करती .... सुन्दर रचना ...
bahut sundar.plz visit my blog
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर... बधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत सुंदर
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