बनावटी उजालों से
लाख सज संवर जाएं
मनोकामना के
ऊँचे महल
फिर भी
अंधेरे के आने की आशंका बनी रहती है
लेकिन
कुम्हार का बनाया
मिट्टी का एक दिया
कच्चे घरों में
अपनी टिमटिमाहट कायम रखता है,
नये वस्त्र
मिठाईयां
आतिशबाजी,पटाखे,
गहन अंधकार को
भगाने की चापलूस कोशिश है
सच तो यह है कि
कुम्हार का बनाया
मिट्टी का दिया
जीवन भर
लड़ता रहता है
उजाले की अस्मिता बचाने ----
"ज्योति खरे"