समीप खीचते हुए
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मेरे और तुम्हारे
विषय को लेकर
मनगढ़ंत किस्सों में
बेतुकी बातें दर्ज हैं
यहां तक कि,
दीवारों पर भी लिख दिया गया है
मेरा और तुम्हारा नाम
बना दिया है दिल
और उस दिल को
तीर से भी चीर दिया गया है
तुम हमेशा
मेरे करीब आने से डरती हो
कहती हो
कि, लोग तरह तरह की कहानी गढ़ेंगे
लिख देंगें
उपन्यास
मैंने
अपने समीप खीचते हुए
उससे कहा
बाँध लो
अपनी चुन्नी में
हल्दी चांवल के साथ
अपना प्रेम
सारे किस्से
लघु कथा में सिमट जाएंगे---