ओ मेरी सुबह
बिन बुलाये ही पहुंच जाती हो
घर-घर
बिखेर देती हो उदारता से
शुभदिन की शुभकामनायें------
बिन बुलाये ही पहुंच जाती हो
घर-घर
बिखेर देती हो उदारता से
शुभदिन की शुभकामनायें------
ओ मेरी सुबह
कहां से लाती हो
इतना उजलापन--------
"ज्योति खरे"
चित्र-गूगल से साभार
कहां से लाती हो
इतना उजलापन--------
"ज्योति खरे"
चित्र-गूगल से साभार
30 टिप्पणियां:
बहुत ही अच्छे सकारात्मक भावार्थ के साथ प्रस्तुत किया है आपने सुबह को।
kya bat hai bhot khub .....bhut skaratmak bhavarth pesh huve hai bhot khub
बहुत सुन्दर सकारात्मक भाव लिए उत्तम रचना..
बहुत सुंदर सकारात्मक भावपूर्ण रचना,,,
Recent post: जनता सबक सिखायेगी...
bahut hi bhawpurn .....
बहुत सुंदर सुबह की सार्थकता के साथ सुंदर प्रस्तुति!!
बहुत सुंदर सुबह की सार्थकता के साथ सुंदर प्रस्तुति!!
शुभप्रभात
शुभदिन की शुभकामनायें
सादर
सुन्दर वर्णन.
सच है सुबह कण कण में नव उर्जा का संचार कर देता है
बहुत ही सुन्दर
सादर!
नवीन ऊर्जा का संचार करती सुबह .....
बहुत सुंदर शुभ प्रभात...
अच्छी रचना, बहुत सुंदर
आसान शब्दो में सार्थक बातें
कहां से लाती हो
इतना उजलापन ...
अनुपम भाव संयोजन ...
सादर
बेहद सटीक और भावों से परिपूर्ण सुबह का चित्रण | लाजवाब रचना | आभार
bahut khoob...
बहुत सुंदर!
सच में! सुबह ऐसी ही तो होती है...
~सादर!!!
बहुत सुन्दर सकारात्मक भाव लिए उत्तम रचना,आभार.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ज्योतिजी
सुन्दर रचना...
रोज़ एक नया दिन, नए उत्साह के साथ , पिछला सब भुला कर !
मंगल कामनाएं भाई जी !
ओ मेरी सुबह कहां से लाती हो इतना उजलापन--------बहुत ही प्यारी कविता...
सुबह की ताजगी सी ताज़ा अभिव्यक्ति
बहुत सुंदर सकारात्मक रचना, सुंदर प्रस्तुति!!
ओ मेरी सुबह
कहां से लाती हो
इतना उजलापन--------
Bahut aashawadi,sundar rachana!
बहुत खूब ... सुबह का इतना खूबसूरत वर्णन ... क्या कहने ... एहसास और जज्बात सुनहरी रंग में मिला दिए सुबह के ...
वाह खुबसूरत अंदाज़ और सुबह का सुन्दर चित्रण |
सुन्दर भाव संयोजन और अभिव्यक्ति अनुभूत सुबह की .
सुन्दर भाव संयोजन और अभिव्यक्ति अनुभूत सुबह की .
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